पेड़ों को काटकर पैदल पथ का निर्माण अनुचित? करुणा इंटरनेशनल के प्रतिनिधि मिले जिला कलक्टर से, जताया विरोध
बीकानेर बुलेटिन
बीकानेर@ राजकीय पॉलीटेक्निक कालेज, बीकानेर के चारों ओर लगे वृक्षों को नहीं काटे जाने की मांग करुणा इंटरनेशनल संस्था, बीकानेर ने जिला कलक्टर, बीकानेर से की है।
संस्था के पदाधिकारियों ने गुरुवार को जिला कलक्टर से मिलकर पेड़ नहीं काटने हेतु अनुरोध किया है। संस्था द्वारा दिए गए ज्ञापन में बताया गया है कि करुणात्मक दृष्टि रखते हुए एक भी वृक्ष नहीं काटा जाना चाहिए।
राजकीय पॉलीटेक्निक कालेज, बीकानेर के चारों ओर स्थानीय व्यक्तियों, विद्यार्थियों, विभिन्न विभागों द्वारा, समय-समय पर सैंकड़ों वृक्ष लगाकर हरियाली की गई थी। दसियों वर्षों की साधना से यह परिक्षेत्र अब हरा-भरा हुआ है। इन पेड़ों पर हजारों बेजुबान पक्षियों का आसरा भी है। राहगीरों के चलने पर ठंडी छांव भी यही पेड़ निशुल्क देते हैं। ज्ञापन में सवाल किया गया है कि पैदल पथ या अन्य प्रयोजन के लिए इन पेड़ों को काटने की अनुमति किसने, क्यों और क्या सोचकर दी ? एक ओर जहां विश्व भर में आक्सीजन के लिए त्राहि - त्राहि मची हुई है, वहीं दूसरी ओर आपके नाक के नीचे पैदल पथ या साईकिल पथ के नाम पर आक्सीजन दाता सैंकड़ों वृक्षों को काटने की अनुमति देना कितना न्यायोचित है।
धर्म नगरी बीकानेर के लोग करुणामयी हैं। अभी आपने हाल ही में जहां भगवान महावीर की जयंती से एक दिन पूर्व शहर को आक्सीजन प्लांट प्रारंभ कर आशा की किरणों का संचार किया था, वहीं पेड़ों की काटने की अनुमति देकर आक्सीजनहीनता के साथ हजारों बेजुबानों को आश्रयहीन करने का निर्णय जीव दया का संदेश देने वाले भगवान महावीर के अहिंसा व करुणा के सिद्धांतों के अनुरूप नहीं है।
ज्ञापन में बताया गया है कि साइकिल व पैदल पथ के विकल्प अन्य बहुत हो सकते हैं, इन सैंकड़ों पेड़ों से दुश्मनी क्यों? यह कैसी मानसिकता है? यह कैसा विकास है?
पैदल पथ/ साइकिल पथ के अन्य विकल्प
1. आर्मी गेट से वल्लभ गार्डन चौराहे तक जोधपुर विद्युत वितरण रेस्ट हाउस से मकानों के वाल तक (जहां पर रसूखदारों ने बड़े-बडे़ रेम्प और गार्डन के नाम से कब्जे कर रखे हैं)
2.पॉलीटेक्निक व डूंगर कालेज के भीतर भी बनाया जा सकता है।
3.व्यास नगर की परिक्रमा भी की जा सकती है।
करुणा इंटरनेशनल संस्था के बीकानेर केंद्र के मंत्री गिरिराज खैरीवाल कू नेतृत्व में जिला कलक्टर से मिले प्रतिनिधि मंडल में पवन पंचारिया, डॉ मुदिता पोपली, मनोज सिंह राजपुरोहित व केवलचंद भूरा सम्मिलित थे। इस ज्ञापन की प्रति अतिरिक्त जिला कलक्टर अरुण प्रकाश शर्मा और यू आईटी सचिव नरेंद्र सिंह पुरोहित को भी दी गई है।
Labels: #बीकानेर
1 Comments:
Koi aa kr en vilayte babool pr 1 bhe parinde ka ghosla doondh kr bata de.
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