ऊर्जा तथा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने की विभागीय कार्यों की समीक्षा
बीकानेर, 27 मार्च। ऊर्जा तथा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डाॅ. बी. डी. कल्ला ने कहा कि नहरबंदी के दौरान जिले के अंतिम छोर तक पेयजल पहुंचाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाए। नहरबंदी के चुनौतीपूर्ण समय में आईजीएनपी और पीएचइडी के अधिकारी बेहतर समन्वय रखें तथा प्रभावी व्यवस्था के अनुसार पेयजल वितरण सुनिश्चित करें।
डाॅ. कल्ला ने शनिवार को विद्युत और जलदाय विभाग के अधिकारियों को यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले के सभी जल भंडारण स्त्रोतों का चिन्हीकरण करते हुए इन्हें भर लिया जाए। विभागीय अधिकारी आमजन को बूंद-बूंद पानी के सदुपयोग की समझाइश भी करें तथा पानी की चोरी नहीं हो, इसके मद्देनजर सावधानी रखें। इस दौरान जिला प्रशासन के सतत संपर्क में रहने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उच्च स्तर पर इसकी नियमित समीक्षा करती है। विभागीय अधिकारी भी इसकी गंभीरता समझें।
जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री ने बताया कि विभाग द्वारा शहर में अगले तीस-पैंतीस वर्षों की पेयजल आवश्यकता के मद्देनजर कार्य किया जा रहा है। पेयजल व्यवस्था सुदृढ़ीकरण से संबंधित 600 करोड़ रुपये के कार्य होने हैं। इनके अलावा भीनासर में उच्च जलाशय निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका है। मुरलीधर व्यास काॅलोनी, बंगलानगर और करमीसर में यह कार्य अंतिम चरण में है। जयनारायण व्यास काॅलोनी और भीनासर में तीन-तीन, करमीसर में दो और महानंद तलाई में एक ट्यूबवेल का निर्माण हो चुका है। वहीं सात अन्य ट्यूबवेल स्वीकृत कर दिए गए हैं।
कोलायत को नहरी पानी से जोड़ने की योजना पर होगा काम
जलदाय मंत्री ने कहा कि जन-जन की आस्था के केन्द्र कोलायत के तालाब को नहरी जल से जोड़ने की योजना पर काम होगा। इसके लिए उन्होंने आइजीएनपी के चीफ इंजीनियर को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोलायत में 'कुरूक्षेत्र माॅडल' की तर्ज पर कार्य करवाने के प्रयास होंगे, जिससे यहां के तालाब में बारह महीनों पानी रह सके। साथ ही तालाब के सौंदर्यकरण की संभावनाओं पर भी चर्चा की। जलदाय मंत्री ने देशनोक, मुकाम, सियाणा, पुनरासर सहित जिले के सभी धार्मिक स्थलों पर पेयजल वितरण व्यवस्था की समीक्षा की।
जानी विद्युत सुदृढ़ीकरण कार्यों की प्रगति
ऊर्जा मंत्री ने जिले में विद्युत सुदृढ़ीकरण कार्यों की प्रगति भी जानी। उन्होंने बताया कि छत्तरगढ़ में 220 केवी जीएसएस निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। मुरलीधर व्यास काॅलोनी में 132 केवी तथा कुचैर, मोमासर एवं बिदासरिया में 33 केवी के जीएसएस निर्माण प्रगतिरत हैं। उन्होंने कहा कि विद्युत निगम के अधिकारी उपभोक्ताओं की समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुनें तथा इनके त्वरित समाधान के प्रयास किए जाएं। नहरबंदी के दौरान विद्युत सप्लाई के कारण पेयजल वितरण बाधित न हो, इसका विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।
कोरोना एडवाइजरी की पालना का आह्वान
इस दौरान डाॅ. कल्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में प्रदेश में बेहतर प्रबंधन के कारण कोरोना पर प्रभावी अंकुश पाया गया। वर्तमान में इसकी दूसरी लहर से बचने के लिए अधिक सावधानी की जरूरत है। उन्होंने आह्वान किया कि प्रत्येक व्यक्ति कोरोना एडवाइजरी की पालना सुनिश्चित करें। मास्क लगाएं और सोशल डिसटेंसिंग की पालना करें। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए प्रत्येक पात्र व्यक्ति टीका जरूर लगाए और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
समस्याएं सुनी, समाधान के दिए निर्देश
इससे पूर्व डाॅ. कल्ला ने पवनपुरी स्थित अपने आवास पर आमजन की समस्याएं सुनी तथा इनके समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी से ग्रामीण विकास के कार्यों की समीक्षा की तथा विधायक निधि के कार्यों को समय पर पूर्ण करवाने के निर्देश दिए। पेयजल, विद्युत सप्लाई तथा सड़कों जैसे परिवादों पर उन्होंने नियमानुसार त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए तथा कहा कि आमजन की समयबद्ध सुनवाई के प्रति राज्य सरकार गंभीर है तथा जनसुनवाई की नई त्रिस्तरीय व्यवस्था लागू की गई है। इसके तहत जिला, उपखण्ड और ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर सतत जनसुनवाई होगी तथा इसमें विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहेंगे।
रंगोलाई में ट्यूबवेल निर्माण के लिए किया मौका मुआयना
डाॅ. कल्ला ने रंगोलाई महादेव मंदिर में बनने वाले नए ट्यूबवेल के लिए स्थान का मौका मुआयना किया। इस दौरान जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता दीपक बंसल, अधिशाषी अभियंता विकास गुप्ता, विद्युत निगम के अधीक्षक अभियंता अशोक गोयल भी साथ रहे। उन्होंने ट्यूबवेल निर्माण कार्य शीघ्र प्रारम्भ करने के निर्देश दिए।